क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा
चाल कसुती चालै।
Tag: Do shero ka joda darwaje khada re
ऐसा दरबार कहां,
ऐसी सरकार कहां,
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं ।
तू बुलाता रहे और मैं आती रहूं।।
मात मेरी शेरोवाली,आजा जगराते में।
श्याम तू क्या जाने,
खड़ा है कोने में एक दास,
आज हम नाचेंगे राधे के दरबार,
नीलमणि ब्रजराज सांवरा
ब्रज की सबसे सुन्दर जोड़ी
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है,
दो शेरों का जोड़ा दरवाजे खड़ा रे। आय रही मैया भजन करो रे