चारभुजा रा नाथ थारी,
सेवा करा दिन रात,
Tag: Charbhuja ra chok me nachuli
कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
राधा नाचे, कृष्ण नाचे नाचे गोपी जन् ।
चन्दन चौक पुरावा,
मंगल कलश सजावा,
आओ आओ ना बाबा जी,
म्हारे आंगणे,
मेरी छोड़ दे चुनरिया भोलेनाथ सवेरे बूटी लेकर आऊंगी
सुमिरण दुख भंजन का,
चारभुजा धारी गिरजा नंदन का,
अरे मेरी कोठी गड़ री चार, मैं क्यों राम रटन लागी
झूम झूम के, नाच नाच के, मन की लगन मिटाऊं। राधे राधे गांऊं।
होके नाचूँ अब दिवाना मैं प्रभु श्री राम का,
तेरी मुरली पे जाऊं बलिहार रसिया, में तो नाचूंगी तेरे दरबार रसिया।
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