सुरता हल्की दे दे रोवेगी, जद चालेगी अकेली।
Tag: ab mari surta bhajan me lagi
मारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे।
सांवरा गिरधारी।
तेरे भजनों में मैं रम जावा। तेरे नाम यह दिल कर जावा।
राम नाम सुखदाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का
सुरता रंग महल चाल ,
फुलड़ा री सेज बिछी।
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
तो मिल जायेगा वो सजन धीरे धीरे।।
राम भजन रा लावा लेलो,
हरि भजन रा लावा,
जग बितयो जाय लावा।।
अरे मेरी कोठी गड़ री चार, मैं क्यों राम रटन लागी
भजे क्यों ना राम,क्यों सौवे तूं बुढ़िया।
मुक्ति का कोई तूँ जतन करले रे,
रोज थोड़ा थोड़ा हरी का भजन करले ।
You must be logged in to post a comment.