राम राम राम राम होरी सत्संग में। ऐसी वैसी बात ना आवे मेरे मन में
Tag: Man tu satsang karle bhai
सत्संग की महिमा मुबारक हो।
बहुत कमाया राजा तेरे घर में।अब जाऊंगी सत्संग में।
तोरा मन दर्पण कहलाए,
सत्संग की गंगा मंदिर में बही जाय, जामे कोई कोई नहाए।
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
चाल सखी सत्संग में चाला ,
सत्संग मे सतगूरू आसी।
म्हारा सतगुरु दीनी रे बताय ,
दलाली हीरा लालन की।
तन धर सुखिया कोए ना देखा,जो देखा सो दुखिया जी
मनवा लाग्या मेरा राम फकीरी मेँ।
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