ओ जी ओ बाबाजी, थारे मंदिरिये में आस्या,
Tag: darwar me mere baba ke dukh dard mitaye
हम भटक रहे मारे मारे, दुख दर्द मुसीबत के हारे
बाबा मुझे ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,
खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे,
भोला बाबा को लाग्यो दरबार,
रस की बूँदा पडे,
ओ सांवरे दुःख से बचाते रहोगे,
आते रहे हो हर दम आते रहोगे,
सारे दुःख दूर, अब हमारे हो गए,
जब से खाटू वाले, हम तुम्हारे हो गए।
कोई पिछले जनम के अच्छे करम,
मुझे बाबा तेरा प्यार मिला,
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
हम पे है तेरा उपकार,
ओ बाबा हम तो पले है,
तेरी छाव में,
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