तुम्हारे दर पे आना चाहती हूँ
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
Tag: dhan ho salasar darwar
आता रहूं दरबार भोलेनाथ,
मैं पाता रहूं तेरा प्यार भोलेनाथ,
खाटू वाले श्याम तेरा, सच्चा दरबार है,
तेरी जय जयकार बाबा, तेरी जय जयकार है।
देखो प्यारे श्याम का ये दरबार है,
हर भगतो का होता बेडा पार है,
तेरे दरबार में सर झुकाती रहूं ।
तू बुलाता रहे और मैं आती रहूं।।
जाना जब भी श्याम दरबार,
शुकर हर बार करना,
तेरे नाम से सालासर वाले,
चलता मेरा गुजारा,
श्याम को दरबार यो तो,
दीना को ठिकानो है,
आज हम नाचेंगे राधे के दरबार,
राम के दरबार में जो आ गया।जिसने जो मांगा वो सबकुछ पा गया।
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