सारा जग ढूंढ लिया कोई तुमसा न देखा,
Tag: Dharti se gagan tak dhundh liya mera ram
ये रंग मोहे राम नाम का प्यारा रे।
अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया। सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।
राम से लगी डोरी श्याम से लगी। उनको कौन सतावे जिन की डोरी राम से लगी।
म्हारी झुपड़िया आवो मारा राम,
पापी के मुख से राम नही निकले,
केसर घुल गयी गारा में,
जल जाए जिव्हा पापनी,
राम के बिना,
कौशल्या, दशरथ के नंदन,
राम ललाट पे शोभित चन्दन
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
रामा दल में सुलोचना आई, मेरी अरज सुनो रघुराई।
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