यही सोच दिन रात राम हमें कैसे तारोगे।
Tag: Ghar aaye hai laxman ram
मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!
सिया राम लखन मेरे तीनों किस हाल में होंगे।
राम और लक्ष्मण दशरथ के बेटे दोनों बण खंड जाय
हेजी कोई राम मिलै भगवान।
राम करते रुदन निर भर के नयन, तीर मारा। हाय हाय मेरा लक्ष्मण प्यारा।
राम घर आया शबरी,
करे है बधावना,
सेवा में गुजरे,
वक्त हनुमान का,
ऐसा है सेवक श्री राम का,
श्री राम का,
लक्ष्मी के पति जग के स्वामी शेष शैय्या पे लेटे मिलेंगे।
रखा है धनुष रघुवर का उठा लो जिसका दिल चाहे।
सिया बनी दूल्हन, दूल्हा रघुराई।
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