राम राम राम राम होरी सत्संग में। ऐसी वैसी बात ना आवे मेरे मन में
Tag: Bajrangi karo visram satsang pura huwa
सत्संग की महिमा मुबारक हो।
हे जीके राम नाम का खटका,
वो नहीं जगत में भटक्या।।
राम की लगन में मगन हुए,
नाचे बजरंगी बाला,
राम जपले रे सिया राम जपले,
बजरंगी की पूजा होती,
मंगल और शनिवार,
रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
बहुत कमाया राजा तेरे घर में।अब जाऊंगी सत्संग में।
पिंजर भया पुराणा गेला,
पिजंर भया पुराणा रे,
मुझे यु छोड़ कर न जाया करो,
तुझे जब मैं पुकारू आ जाया करो,
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