नजरिया मत मारे, मर जाऊंगी रे।
Tag: Do do na dhariyo gagariya radhe rani lag jeh tumko najariya
कान्हा कंकर ना मारो गगरिया में। हमें जाना है गोकुल नगरिया में
हम पर भी एक नजर हो,
शंकर मशान वाले,
चलावे तीर नज़र दे, जिगर तो पार हो जावे,
देखा अजब नजारा दरबार मैं कन्हैया,
मेरे मन में बस गए श्याम , मैं तो गावूं राधे राधे
अब तिरछी नजर मेरे हरि की।
हंसा नजर नहीं आया प्रेम गुरू,
अंत नजर नहीं आया,
तेरी सेवा करूँ उम्र भर,
मुझपे पर रखना तू अपनी नज़र,
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
रंग बरसे रे गुलाल बरसे।
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