आया सखियो मेरा बनवारी
मेरा बनवारी आया मेरा गिरधारी
Tag: banwari o krishna murari
ये तेरी रस भरी मुरली , मेरे मन को तड़पाती है।
तूने इतना दिया बनवारी ओ बांके बिहारी,
मैं तो माला माल हो गया,
ग़रीबों के दाता हो अगर तुम मुरारी,
मेरी पार नैयाँ, लगानी पड़ेगी,
श्याम तेरी कर्मों की गति न्यारी,
में कैसे रटु मुरारी
जिसने कृष्ण कृष्ण टेरया,फेरी मन की माला,
मनमोहन मुरलिया वाले बंसुरिया वाले सुना दे बंसुरिया,
तुम जो आए ना मोहन मुरारी। मर जायेगी ये राधा तुम्हारी।
मीरा के जैसे सुदामा के जैसे पार उतारी। लाज रखो हे कृष्ण मुरारी।
मेरी अश्वन भीगे साड़ी
आ जाओ कृष्ण मुरारी
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