राम राम राम राम होरी सत्संग में। ऐसी वैसी बात ना आवे मेरे मन में
Tag: Chal sakhi satsang me chala
सत्संग की महिमा मुबारक हो।
सखी री बांके बिहारी से
हमारी लड़ गयी अंखियाँ ।
बहुत कमाया राजा तेरे घर में।अब जाऊंगी सत्संग में।
छोटी छोटी सखियों में खेलती भवानी
सत्संग की गंगा मंदिर में बही जाय, जामे कोई कोई नहाए।
मेरे उठे कलेजे पीड़ सखी, वृन्दावन जाउंगी।
सखी वृंदावन का चोर मेरे घर में आया,
चलो री सखी आज मिलेगे भगवान
तेरा सतगुरु भरम मिटाए रे सखी,भरम भूल में सोवे से।
You must be logged in to post a comment.