सखी दूसरों रंग चढ़ेगो नही,अब सांवर रंग रंग्यों सो रंगयों।
Tag: Bhakti ke rang me range
भगती रा मारग झीणा, रे संतों,भगती रा मारग झीणा।
अवध में भक्तो का मन बोले,
हनुमत की भक्ति को टटोले
भगति रा मारग दूजा रे संतो ,
भगति रा मारग दूजा।
कभी अपने भक्त के घर घर भी,
सांवरिया दरश दिखा जाना,
जे तेरा हो भगती में ध्यान,
कर्म ते हटिये मत ना।।
ऐसा रंग राधा रानी चढ़ाया के होर रंग नहियो चढ़दा।
बाज रही पायल अम्बे आ रही रे।धीर धरो भक्तों सबर करो रे।
बाज रही पायल अम्बे आ रही रे।
वो कौन है जो भक्तों के बनाते काम है,
श्री राम के सेवक वीर बलि हनुमान है,
तेरे रंग में रंगूँगी मेरे सांवरे,
मैं तेरी थी रहूंगी मेरे साँवरे,
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