तर्ज,मुझे नींद न आए मुझे चैन न आए
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
इस कलयुग में केवल एक सहारा है। खाटू में रहता वह श्याम हमारा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 दानी बड़ा बलवानी है, दुनिया सारी दीवानी है।तेरी देह को सम्हाले,सब विपदा को टाले,तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
मोर छड़ी वाले की महिमा भारी है। इसीलिए तो आती दुनिया सारी है। झाड़ा जिसने खाया है, सातों सुख वो पाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तूं भी अर्जी लगा ले, मनचाहा सुख पाले,तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
भजन भाव में बाबा की कमजोरी है।पाओ जन्म तक बांधे ऐसी डोरी है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺श्याम ने सबकुछ पाया है, जबसे बाबा को मनाया है।तूं भी भाव से मना ले, धूली माथे पर लगा ले,तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले। नसीबा तेरा जाग जाएगा।नसीबा तेरा जाग जाएगा।