मैया कैसी मनोहर गलियां सजी।
Tag: Fir tere darwar pe ma sar ko jhukane aa gayi
फिर तेरे दरबार पे मां, सर को झुकाने आ गई
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
झूला झूलो री राधा रानी, झुलाने तेरा श्याम आया
ना ऐसा दरबार,और ना ऐसा सिंगार
मैया कैसी मनोहर गलियां सजी।
फिर तेरे दरबार पे मां, सर को झुकाने आ गई
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
झूला झूलो री राधा रानी, झुलाने तेरा श्याम आया
ना ऐसा दरबार,और ना ऐसा सिंगार