मैं सोचता कुछ और हूं, पर मांगता कुछ और हूं।
Tag: batao kaha milega shyam
एक सवाल है इस प्रेमी का,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है के नहीं,
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
हमने अजमा लिया अपना बना लिया,
इक बीज मंत्र से जो चाहा पा लिया,
श्याम बड़े चितचोर बोलो राधे राधे।
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है
मेरे साकी ये बता दे वो शराब कौन सी है।
श्याम का नाम मुझे मस्त बना देता है,
मेरी श्याम से हुई है यारी,
खुल गया किस्मत का ताला
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्तीहै।
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