आता रहूं गाता रहूं,
श्याम तुम्हे मैं रिझाता रहूं,
Tag: Chu ke ma ke charan shyam bole
माना में मजबूर हूं लेकिन,श्याम मेरा मजबूर नहीं।
ऐलान करता हू, सरे आम करता हूँ,
मैं तो मेरे ही श्याम का, गुणगान करूँगा,
सुनो श्याम क्यों तुम लगाते हो काजल,
हमरी नजर बेअसर हो रही है,
श्री बांके बिहारी लाल, गोपाल, मन रखियो अपने चरनन मे।
कदे रहवे ना म्हारे टोटो,एसो है म्हारो यो सेठ मोटो।
तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
चरणों में तेरे,
मिला जो ठिकाना,
श्याम की आखियो से मस्ती बरसे,
पी ले जरा तू जी ले जरा,
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