आता रहूं गाता रहूं,
श्याम तुम्हे मैं रिझाता रहूं,
Tag: Deewana hu me shyam ka mujhko
माना में मजबूर हूं लेकिन,श्याम मेरा मजबूर नहीं।
श्याम तेरे हाथों में हमारी डोर है,
तेरे सिवा जग में ना कोई और है,
हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास,
तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा।
अर्पण किया है श्याम को जो भी तुझको वापिस बाँट दिया।
कैसे बताऊं श्याम ने, क्या क्या नहीं किया
आ गए हो अगर श्याम इस मोड़ पर,
हमसे मिलने मिलाने का वादा करो
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है।
महीनो फागण को रंगीलो,
बाबो श्याम बुलावे रे,
महीनो फागण को।।
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