म्हारी मावड़ली को आयो है सन्देश,
ले चालो म्हाने पिहरिये,
Tag: dakiya ja re shyam ne sandesho dije
श्याम सपनो में आए,
मुझे धीर बंधाए,
माना में मजबूर हूं लेकिन,श्याम मेरा मजबूर नहीं।
बेगम देश वेद से न्यारा,
वहां नही काल पसारा।
श्याम तेरे हाथों में हमारी डोर है,
तेरे सिवा जग में ना कोई और है,
हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास,
तुम रूठ गए जो मुझसे क्या हाल हमारा होगा।
जागो तो एक बार हिन्दू जागो तो,
ऐ मेरे वतन के लोगों,
तुम खूब लगा लो नारा,
आ गए हो अगर श्याम इस मोड़ पर,
हमसे मिलने मिलाने का वादा करो
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