जब संत मिलन हो जाए
तेरी वाणी हरी गुण गाए
Tag: Agar nath dekhoge avgun hamare
जब जब देखु दादी तुमको आता है ये ख्याल क्यों,
इस आलीशान मकान का क्या देते हो आप किराया।
धरती माता नो वालो पेरू घाघरो,
में तो अमर चुनड़ी ओढू,
जरा चल के वृन्दावन देखो ,
श्याम बंसी बजाते मिलेंगे ।
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
मेरो अवगुण भरयो शरीर,गुरुजी कईयां तारोगा।