पापी के मुख से राम नही निकले,
केसर घुल गयी गारा में,
Tag: Dekho Brahma aur vishnu mahesh nikle
भोले बाबा आए ब्रज में,
वह तो घूमे गलीन गलीन में….
जरा चल के वृन्दावन देखो ,
श्याम बंसी बजाते मिलेंगे ।
बहुत नाज करते है रहमत पें हम,
सलामत रहे तेरी नजरे करम,
देखो वृन्दावन की कुंज गलिन में, नाचत नन्द्कुमार।
विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है
छोटो सो,पार्वती को लाल,गजानन छोटो सो।
मेरे बन जाए बिगड़े काम गजानन तेरे आने से।
गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
गणपत बलकारी जी फतेह म्हारी आज करो
You must be logged in to post a comment.