इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
Tag: Dadi ji mhare ghara padhari
दादी का मंगल, रोज करोगे,
मौज करोगे, मौज. करोगे,
बरसां सं यो दिन आयो,
हिवडै मं हेत सवायो,
ठाकुर पधारया म्हारै आंगणै,
भाग भला ज्याँ घर संत पधारे ।
म्हारी दादी जगत सेठाणी,
म्हारो मौज करे परिवार,
रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
आओ ए माजीसा म्हारे,
आंगने पधारो,
दादी दादी बोल दादी सुन लेसी,सुन लेसी मां सुन लेसी।
तेरे जैसा कोई नहीं,हारे का सहारा है।खाटू वाले श्याम मैने तुझको पुकारा है।
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