ये रंग मोहे राम नाम का प्यारा रे।
Tag: dharam dharti
राम से लगी डोरी श्याम से लगी। उनको कौन सतावे जिन की डोरी राम से लगी।
पापी के मुख से राम नही निकले,
केसर घुल गयी गारा में,
चोला माटी के हे राम,
एकर का भरोसा,
जल जाए जिव्हा पापनी,
राम के बिना,
रामा दल में सुलोचना आई, मेरी अरज सुनो रघुराई।
भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
मुरलीधरा मनमोहना, हे नंद नंदना श्री राधेमाधवा।
मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!
धरती माता नो वालो पेरू घाघरो,
में तो अमर चुनड़ी ओढू,
You must be logged in to post a comment.