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गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Guruji Bhajan,mero avgun bharyo sharir, मेरो अवगुण भरयो शरीर

मेरो अवगुण भरयो शरीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

तर्ज, होलिया में उड़े री गुलाल

मेरो अवगुण भरयो शरीर,गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

गंगा नहाई ना में जमुना नहाई।२। हर की पौड़ी जाय ना पाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ना ही काशी को मेरो तकदीर।गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

बड़ सींचयां ना मैने पीपल सींचयां।२।सब दिन मोह माया में बीतया।🌹🌹🌹🌹🌹दिया तुलसी में नहीं कभी नीर।गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

मंदिर ध्याया ना कभी भजन भी गाया।२।गीता रामायण कभी देखी ना सुनाया।🌹🌹 अब गिरतो ही जावे है शरीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

निर्धन ने कभी दान दियो ना।२। भूखे ने जलपान दियो ना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खुद ही बनाई खाई खीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

ना में राधा, मीरा बाई।२। ना में करमा, शबरी माई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹में तो चरणों में जाऊं थारे गिर,गुरुजी कईयां तारोगा।

गुरुजी कईयां तारोगा।गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

मेरो अवगुण भरयो शरीर,गुरुजी कईयां तारोगा।मेरी माड़ी है तकदीर,गुरुजी कईयां तारोगा।

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