तर जाओगे राम गुण गाने से, क्या होता है गंगा नहाने से।
Tag: Aate jate huye gungunaya karo
राम गुण गायले रे भाई म्हारा,
जब लग सुखी रे शरीर।
ओ सांवरे दुःख से बचाते रहोगे,
आते रहे हो हर दम आते रहोगे,
राम गुण गायले रे भाई म्हारा,
जब लग सुखी रे शरीर।
करना है तो कोई पुण्य करम कर ,
लेना है तो ज्ञान ले।
ऐलान करता हू, सरे आम करता हूँ,
मैं तो मेरे ही श्याम का, गुणगान करूँगा,
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा,
जब संत मिलन हो जाए
तेरी वाणी हरी गुण गाए
राम करते रुदन निर भर के नयन, तीर मारा। हाय हाय मेरा लक्ष्मण प्यारा।
मैं कैसे उतरू पार नदिया अघम बहे।
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