अजब अनोखा करके श्रृंगार। होकर नंदी पर वो सवार
Tag: Aaj gora saji dekho bhole ke saath
बन ठन के चली गोरा रानी भोले की सुहानी गली में।
सज गयी खाटू नगरी,
शोभा अपरम्पार है,
चुनर ओढ़ लो नी गोरा रानी रजवाड़ी, घुंघटा में चमके सोना री बाली।
अरजी सुणज्यो जीतपुरार, थे तो भूतों के सरदार,
हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,
सज रही मेरी अम्बे मैया, सुनहरी गोटे में ।
मेरा भोला बोलै बम बम बम
मेरी नस नस बोलै हरी हरी।
बाबो अमलीड़ो बाबो अमलीड़ो,
भक्ता ने लागे बालो,
गोरा जी के पिया का जग में बड़ा नाम है।
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