नोमी मंगसिर की आई,
परणीजे लाडो बाई,
तनधन पधार्या म्हारे आँगणे,
Tag: Dadi odh le tabariya thari
चुनर ओढ़ लेई ओढ़ लेई रे,नटवर नागरिया
ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली,
सिंघ सवारी पे है लगती भली।।
म्हारी मावड़ली को आयो है सन्देश,
ले चालो म्हाने पिहरिये,
प्राणों से भी प्यारा दादी धाम तुम्हारा,
म्हारी दादी जगत सेठाणी,
म्हारो मौज करे परिवार,
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
झुंझनू धाम का कण कण बोले,नारायणी नमो नमः
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
दादी दादी बोल दादी सुन लेसी,सुन लेसी मां सुन लेसी।
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