कृपा करे रघुनाथ जी,
म्हने सत देवे सीता माता,
Tag: Dharti mata no walo Peru ghaghro
लोक और परलोक सुधरग्या ,
करले काम भलाई को।
उसको मेरी सेवा का अधिकार है,
करता जो अपनी माँ से प्यार है,
खाटू वालो यो मनडे भाय गयो,
दिलडा में ज्योत जगाय गयो,
म्हारे घडी रे घडी रो रिछपाल भगता रो प्रतिपाल, खाटू वालो श्यामजी।
सारे जय माता की बोल के भर लो झोलियां
नख पर धारि लियो गिरिराज,
नाम गिरधारी पायो है।
धरती माता नो वालो पेरू घाघरो,
में तो अमर चुनड़ी ओढू,