में वन का मोर बन जाऊं,और गाऊं राधे राधे।
Tag: Aali re mohe lage vrindavan niko
मन चल रे वृंदावन धाम,राधे राधे गाएंगे।
मन चल रे वृन्दावन धाम,
राधे राधे गाएंगे,
थारी मोह माया ने छोड़ ,
राम ने भज रे ।
बृज रज में लौट लगाय लीज्यो,
तू जब वृन्दावन आए,
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
कन्हैया बागों में मत जाइयो बाग की मालन मोह लेगी।
मथुरा की टिकट कटा दे मेरे मोहना, मैं गोवर्धन जाऊंगी मेरा मन नहीं माने।
बाजे रे मुरलिया बाजे।
मेरे उठे कलेजे पीड़ सखी, वृन्दावन जाउंगी।
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