दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
Tag: Hai wo hi girdhar wo hi gopala
आ जाओ अब तो गिरधारी,
रास रचाने कुंजन में,
बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए
भोली भाली राधा चतुर गोपाल।
दोनों भक्तन के प्रतिपाल
शरण गोंपाल की रहकर,
तुझे किस बात की चिंता।।
जग पालनहारी मात मेरी भवतारणी,
पूछ रही राधा बताओ गिरधारी,
मैं लगु प्यारी या बंसी है प्यारी ।
ओ जी ओ गिरधारी नटवर नागरिया,
है वो ही गिरधर वो ही गोपाला,वो ज्ञान गीता सीखा रहे हैं।
गोपाल म्हाने गीता ज्ञान सुनाओ,म्हारा श्याम।
You must be logged in to post a comment.