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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Aisi rachna rach gaya tu,jaha dekhu waha tu hi tu,ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू,krishna bhajan

ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।

ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।


माली बन के बाग़ लगाया, तोता बन के सब फल खाए।
सारी मेवा खा गया तू, जहां देखूं वहां तू ही तू
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।

बाबू बन के रेल चलाई टी टी बन के टिकट कटाई।
रेल का इंजन बन गया तू, जहां देखूं वहां तू ही तू
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।

बालक बन के मिट्टी खाई मां यशोदा से मुख दुबकाई
तीनों लोक दिखाए गया तू, जहां देखूं वहां तू ही तू,
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।

जमुना पे तेने गैय चराई, मधुबन में तेने रास रचयो
गोवर्धन पर्वत उठाए गयो तू, जहां देखूं वहां तू ही तू।
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।

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