आओ ए माजीसा म्हारे,
आंगने पधारो,
Tag: Aangan me tulsi
मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा।
आंगन में तुलसी तुलसी की पूजा
आओ ए माजीसा म्हारे,
आंगने पधारो,
मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।
मैया के द्वारे बड़ी भीड़ रे कैसे लीपूं अंगनवा।
आंगन में तुलसी तुलसी की पूजा