याद किया ना कभी श्याम को, बस माया ही जोडी।
Tag: Hare ka sathi kahate ho shyam
सलोने श्याम को जब देखूं दुनिया भूल जाती हूँ,
श्याम चाहे वही जो होना है। मेरा श्याम सलोना है।
नजदीक मेरे आने में आफत घबराती है,
मेरे सर पर श्यामधणी की मोरछड़ी लहराती है ,
ओ श्याम जी हमें ना भुलाना,
अपनी शरण में दे दो ठिकाना,
मेरे श्याम बदल ना जाना,
रुत बदले चाहे दिन बदले,
चाहे बदले सारा ज़माना,
महफ़िल है श्याम आपकी,
महफ़िल में आइये ज़रा,
जब तक मेरी धड़कन
ये रुक न जाये श्याम
मेरे श्याम ये बता दे,
ये तान कौन सी है
रोये जो श्याम का प्रेमी,
उसे श्याम ही धीर बँधाए,
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