शरण तेरी आया है,
दास घबराया है,
Tag: ha meri pahchan mera khatuwala shyam
सँवारे की महफ़िल लगे खाटू में,
ग्यारस पे खाटू में आकर तो देखो,
सलोने श्याम को जब देखूं दुनिया भूल जाती हूँ,
श्याम चाहे वही जो होना है। मेरा श्याम सलोना है।
नजदीक मेरे आने में आफत घबराती है,
मेरे सर पर श्यामधणी की मोरछड़ी लहराती है ,
खाटू में श्याम विराज रहे,
और सालासर में बजरंगी,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।।
खाटू के बाबा श्याम जी,मेरी रखोगे लाज
खाटू की बारस हमें,आज तक याद है,
अभी तक मुंह में,दाल चूरमें का स्वाद है।।
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