हे झुंझनवाली आता रहवां म्हें झुंझुनू-धाम जी,,
Tag: Thari dharam dhwaja
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
दादी दादी बोल दादी सुन लेसी,सुन लेसी मां सुन लेसी।
भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
राम का ऐसा दीवाना दूसरा कोई नहीं,
भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
मैं शरण तेरी जो आया, चरणों में शीश झुकाया,
झूठ बराबर पाप नहीं है रे,सच बराबर तप कोन्या
जगदंबा थे तो आकर ओढो ए, सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी।
थारी धरम ध्वजा फहराए