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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Ranisati dadi bhajan,sewak laya ma thari chunri, सेवक ल्याया मां थारी चुंदड़ी

जगदंबा थे तो आकर ओढो ए, सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी।

जगदंबा थे तो आकर ओढो ए, सेवक ल्याया मां थारी चूंदड़ी।

सुहागन मिल चाव से बांधी ए, श्रद्धा के रंग में रंगाई चुंदड़ी।जगदंबा थे तो….

सुरता रो झीणो पोत बनायो ए, मनाडा की पेटी में या आई चुंदड़ी।जगदंबा थे तो….

आशा का तारा, खूब लगाया ए। मोती की लुमा लगाई चुंदड़ी।जगदंबा थे तो….

मां सांचा तारा, सांचौ ही गोटो ए। म्हाने प्यारी लागे मां थारी चूंदड़ी। जगदंबा थे तो…

चुंदड़ी का तारा, चमचम चमके ए। म्हारो मनड़ो हर लिन्हों तारा री चुदड़ी। जगदंबा थे तो…

बनवारी गावे,चुंदड ऊढावे ए।थे आकर ओढ़ो मां तारा री चूंदड़ी।जगदंबा थे तो….

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