जब रूठ गये शिव शम्भु जा कैलाश पे गाड़े तंबू
Tag: Ekdin maiya parvati bhole se
हो भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।
भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
बाज रही पायल अम्बे आ रही रे।धीर धरो भक्तों सबर करो रे।
बाज रही पायल अम्बे आ रही रे।
भोले का जयकारा तू लगा के देख ले,
बन जाए सारे काम तू भी आके देख ले।।
मैं भोले जगाई आई भोले ना जागे।
भोले तूने दुनिया बनाई न होती। तेरा नाम दुनिया में कोई न लेता।
अपने गम की दास्तां कैसे करूँ बयां
तू सब कुछ है जानती, अंतर्यामी माँ,
शंकर भोलानाथ है तुम्हारा हमारा, तुम्हारा हमारा।
शिव भोले नाथ प्रभु कैलाश पर तप करते।
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