भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
कैसा आया है कलियुग जमाना। लोग करने लगे हैं बहाना। पाप बढ़ता चला जा रहा है।🌺🌺 धर्म डिगता चला जा रहा है।भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
कोई पूजे न देवी देवता। कोई पढ़ता न रामायण गीता। भोले बाबा इन्हें अब संभालो, ज्ञान गीता खत्म हो रहा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
कोई पूछे न माता पिता को। कोई पूछे न भाई बहन को।सगे अपने हुए अब पराये, रिश्ता नाता खत्म हो रहा है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
कोई समझे न भगवान क्या है। कोई समझे न इन्सान क्या है। छाया है जग में घोर अंधेरा, कैसा अन्याय अब हो रहा है।भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।
Categories
Bhole baba ye kya ho raha hai,paap hasta dharam ro raha hai,भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है,shiv bhajan
भोले बाबा ये क्या हो रहा है।पाप हंसता धर्म रो रहा है।