ओ सिर पे पंख मोर
बोले तोतले से बोल,
कहे इसे माखन चोर मेरे दिल में भावे से,
Tag: Choriya Mari gaw bajao gadh ki gujariya
मारा सांवरिया गोकुल की ,
गुजरिया लड़बा लागी रे ।
करके इशारो बुलाय गई रे,
बुलाय गयी रे,
बरसाने की छोरी,
बजने दो भाई बजने दो, मेरी मैया का ढोलक बजने दो।
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय,
कानूड़ा का दिल लूट ले गई गुजरी।
सखी वृंदावन का चोर मेरे घर में आया,
दही माखन को चोर पकड़ लियो राधे ने ।
बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए
छोरिया मारी गांव बजाओ,
गढ़ की गुजरिया,