जुलम कर डारो सितम कर डारो,
काले ने कर दियो लाल,
Tag: Aur asro chod asro le liyo kuwar kanhayi ko
तुम तो कान्हा छलिया हो दरश कब दिखाओगे।
आस लगी है, तेरे दर्शन की,लाज रखो मेरे असुवन की,
छोड़ चला रे बंजारा,
गठडी छोड़ चला बंजारा।।
लाल समझाए ले मैया, है नटखट तेरा कन्हैया।
हे बंजारन तेरा छोड़ चला बंजारा।
मेरो छोटो सो बिहारी बडो प्यारो लगे,
घढ़वा दे म्हारा कानजी सोना री झुमरिया।
काली कमली वालेया मैं तेरी हाँ
सोने नैना वालेया मैं तेरी हाँ।।
हमारी गली कान्हा होके जाना। हमारी सुधि कान्हा लेते जाना।
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