सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
Tag: Bohni huyi na makhan deu kaise
मेरा माखन ना चुराओ श्याम पैयां पढ़ूँ,
माखन की लेकर मटकिया, कित जावे पतली डगरिया
चोरी माखन की करे है दिन-रात जसोदा मैया तेरो लाला।
ओ सिर पे पंख मोर
बोले तोतले से बोल,
कहे इसे माखन चोर मेरे दिल में भावे से,
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय,
दही माखन को चोर पकड़ लियो राधे ने ।
मारो माखन गयो रे चुराई यशोदा थारो कानुडो
मोहन बरसाने में, चूड़ी बेचने आईयो।
श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता सुनाई, छोड़ मोह ममता करो तुम लड़ाई
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