चुप रहना और कुछ ना कहना,
क्या यह तेरी लीला है,
Tag: Aayo sawariyo sarkar lile pe chadh ke
ओ साँवरिया आँख्यां खोल,
तेरा सेवक अरज़ गुजारै ।।
आया है जन्मदिन,
श्याम धणी सरकार का,
श्याम-हवेली में मेरे बाबा,
लीले चढ़कर के अइयो,
कलयुग का हो अवतारी
लीले घोडै की सवारी,
आया दुनिया से हार, बोल छोड़ कहां मैं जाऊं तुझ को सरकार
लीलै घोडै वालो मेहरबान चाहिये,
साथ मांही वीर हनुमान चाहिये ।।
कलयुग का हो अवतारी
लीले घोडै की सवारी,
थाने कठे भालवा जाऊ रे सावरीयो घट माय रे
अवधपुरी के राजा हरिश्चंद्र, हो गए ऐसे दानी
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