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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Baikunth me rahkar girdhari,murli ka bajana bhul gaye,बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए,krishna bhajan

बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए

बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।मुरली का बजाना भूल गए,बंसी का बजाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।

अर्जुन ने तुम्हे पुकारा है,क्या तीर चलाना भूल गए। हर पापी यहां पर हंसता है,क्या फर्ज निभाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।मुरली का बजाना भूल गए,बंसी का बजाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।

द्रोपदी ने तुम्हे पुकारा है,क्या चीर बढ़ाना भूल गए।अब लाज यहां पर लुटती है,क्या लाज बचाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।मुरली का बजाना भूल गए,बंसी का बजाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।

ग्वालों ने तुम्हे पुकारा है,क्या गऊवें चराना भूल गए। गईयों ने तुम्हे पुकारा है,क्या बंसी बजाना भूल गए।बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।मुरली का बजाना भूल गए,बंसी का बजाना भूल गए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए।

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