मेरे संवलिया सरकार, कबसे खड़ा हूँ मैं तेरे द्वार
Tag: Aaj tere bhagato pe daya sarkar ho jaye
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
करुणामयी, कृपामयी,
मेरी दयामयी राधे।
राम भगत हनुमान , बालाजी मेरे घर आना,
में तो पुरबियों पूरब देश रो मारी हेली ।
भोले दानी है सरकार, सब के भरते हैं भंडार।
दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,
वीर बजरंगबली हनुमान
राधा बनी कमल की माल श्याम भँवरा सो बनो।
भगत कित पड़ के सो गया रे,
भाई क्यों ना खाटू आया।।
You must be logged in to post a comment.