दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,
वीर बजरंगबली हनुमान
Tag: Hansa nikal gayo pinjare se khali padi rahi tasveer
जरा चल के अयोध्या जी में देखो,
राम सरयू नहाते मिलेंगे।।
ये तन क्या हैं इक पिंजरा है,
इस पिंजरे में एक तोता है।।
एक दिन घोघड आसी रे।
मनवा लाग्या मेरा राम फकीरी मेँ।
मन तू सतसंग करले भाई, आधी मे पुनिआध,
काया का पिंजरा डोले रे, सांस का पंछी बोले रे।।
उमर सारी बीत गयी माला न फेरी।
मैंने मानुस जनम तुमको हीरा दिया,
तूने यूँ ही गवांया तो मैं क्या करूं।
हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। जब यमदूत लेन को आये,नैक धरे न धीर,मार मार के जान निकले,बहे नैन से नीर।हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। कोई रोवे कोई मल-मल धोवे,कोई उढावे चीर। चार जने जब मिलकर ले गये,ले गये मरघट तीर। हंसा […]
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