चरण शरण में राख सदा शिव तेरी है दरकार दया कर बम भोले,
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कुछ नहीं करुणानिधान चाहिए,
एक तेरी दया दयावान चाहिए,
ना जाने कौन से गुण पर,
दयानिधि रीझ जाते हैं ।
हर गली में फूल बिछा दो रे, दया सिंधु गणेश जी आएंगे
दयानिधि अब तो लो अवतार, मेरे प्रभु अब तो लो अवतार
हे दयामय आप ही संसार के आधार हो।
मैंने हर पल ही पाया दया का हाथ तेरा
करुणामयी, कृपामयी,
मेरी दयामयी राधे।
दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,
वीर बजरंगबली हनुमान