गुरु जी बिना कोई काम न आवे,
कुल अभिमान मिटावे है।
Tag: bhagato ke ghar kabhi aao ma
कभी मत घबराना इसके होते हार कहाँ
मेरे घर में श्याम रो वास, पहलयां श्याम जागे,
तेरी माया अजब निराली, बने श्याम भगत के हाली।
मैं तो सोये रही सपने में,
मेरे घर आए गोपाल ।
आना वीर हनुमान हमारे घर कीर्तन में।
झोपड़िया मेरी ऐसी छवायियो भगवान,
बाबा तू एकला तेरे भगत घने।तेरी जोत जगाए सारे जने।
राम भगत हनुमान , बालाजी मेरे घर आना,
भगत कित पड़ के सो गया रे,
भाई क्यों ना खाटू आया।।
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