मैं रोज निहारूँ झांकी,
खाटू वाले दातार की,
Tag: duje lakhdatar
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
तू ही कन्हैया तू ही लखदातार है,
अर्जी सुन ले लखदातार, तेरा गुण गाए संसार
दुनिया में दातार बहुत हैं, दिखला दे दातारी,
सिया राम लखन मेरे तीनों किस हाल में होंगे।
मेरा लाख टके का झुनझुना,
में तो ल्याई कटरा से मोल, झनाझन बाजे झुनझुना,
मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
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