हार को अपनी भूल गया प्रभु,
जब से तेरा साथ मिला
Tag: Ginti konya kitna sathiya
श्याम तेरी कर्मों की गति न्यारी,
में कैसे रटु मुरारी
मुझे कब से तेरा है इंतजार सांवरे। मेरे घर भी तो आजा मेरे यार सांवरे।
मेरा एक साथी है बड़ा ही भोला भाला है,
दादीजी म्हारी अमर सुहागन जी
म्हाने चिंता है क्यांकी पड़ी,म्हारे पग पग पे दादी खड़ी।
गल मोत्यां को हार,सिर चुनड़ चमकदार
जद जद मां रोली घोलूं,मेरे मन में यो आवे
गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।
सांवरे इतना तो कह दे किस से जाकर हम कहें