काया मल मल धोई, काया को दुनिया रोई।
Tag: Dil matwala japu kaise mala
राम जपले रे सिया राम जपले,
पूछे सिया सुन अंजनि के लाला।
क्यूँ तोड डाली तूने मणियों की माला।।
जिंदगी की ना टूटे लड़ी,
नाम जपले घड़ी दो घड़ी,
मेरे दिल में तुम ही समाई, आ जाओ दुर्गे माई।
खाटू वालो यो मनडे भाय गयो,
दिलडा में ज्योत जगाय गयो,
राम जपले रे सिया राम जपले,
म्हारा बालाजी ने दाय घणो आवे रे,
बिगड़े बनाने सब काम आयेंगे,राम राम जपो हनुमान आयेंगे।
जब अटके तेरा कोई काम, तु जपले हनुमान का नाम, काम बने चुटकी में,
मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई।
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